BEST Sad Shayari In Hindi - पढ़िए सैड शायरी हिंदी में
बिछाया है तन्हाई का सफर,
दिल धड़कता है, तेरे बिना हर पल अधूरा।
रातें हैं सुनसान, चाँद की चमक भी है गुमाँ,
तेरी ख्वाबों में खोया हूँ, दिल रो रहा है आँसू बहा कर।
दर्द भरा है ये सफर, राहों में हैं काँपते क़दम,
तेरी बेवफ़ाई का इलाज़ नहीं, हर रात सोते-सोते रोता हूँ।
तेरे बिना जीना है मुश्किल, हर रात है सुनसान,
आँसू बहता हूँ, तेरे ख्वाबों में ही खोता हूँ।
चाँद सितारों से है ये रातें सजीव,
दिल है उदास, तेरे बिना हर सुबह है बेहद अजीव।
तेरे बिना जीना मुश्किल है, दिल है उदास,
रातें हैं सुनसान, तेरे बिना हर पल है बेहद कठिनाईयाँ।
आँसू की बूंदें छूपा कर हंसता हूँ,
तेरी बेवफ़ाई का दर्द, अपने दिल में बसाकर जीता हूँ।
चाँदनी रात की शान है सुनहरा,
मेरा दिल है उदास, तेरी यादों में बहुत बिखरा।
तेरी मुस्कान से है रौशनी की बातें,
रातें हैं सुनसान, तेरे बिना हर पल है बेहद बीतता हूँ।
बीती रातों का है ख्वाब हकीकत से हटा,
तेरे बिना दिल है उदास, सच्चाई से मिला हूँ।
तेरी आँखों की गहराईयों में है दर्द,
दिल है उदास, रातें हैं सुनसान, हर दर्द से भरा हूँ।
दर्द भरा है ये तन्हाई का आलम,
तेरे बिना हर रात मुझे है एक साजन।
तेरे बिना है रातों में बेहद गुमाँ,
दिल है उदास, ख्वाबों में तेरा ही साथ पाने का आलम।
रातें हैं लम्बी, हर दर्द से भरी,
तेरे बिना जीना, हर पल मुझे बेहद तकलीफ़ देता है।
तेरी यादों में है हर रात मेरी रौशनी,
दिल है उदास, तेरे बिना हर सुबह मेरे लिए है काला।
रातें हैं सुनसान, चाँद की रोशनी भी है गुमाँ,
तेरे बिना जीना, हर कदम पे है बेहद मुश्किल और बेरहम।
दर्द की राहों में बिछा है ये दिल अपना,
तेरे बिना रातें हैं बेहद लम्बी और तन्हा।
बीती रातों में तेरी यादों का संग,
जख्मों की तरह छुपा है, दिल का दर्द लाखों रंग।
तेरी बेरुखी ने किया है दिल को साजना,
दर्द भरे रातों में, खोया हूँ मैं खुद को संजीवनी समान।
तेरे बिना दिल है उदास, रातें हैं बीतती,
जीवन का हर पल, तेरी खोज में है रुका हुआ सा।
दर्द से भरी रातों में हूँ बेहद अकेला,
तेरे बिना हर कदम पे, है दिल का दर्द में डूबा हुआ।
तेरी बेरुखी से है दिल को गहरा दर्द,
रातें हैं लम्बी, ख्वाबों में खोया हुआ आँसू बहाता हूँ।
तेरे बिना रातें हैं कुछ भी पुराना नहीं,
दिल है उदास, तू नहीं है तो हर पल है बेहद वीराना।
रातें हैं सुनसान, चाँद की कहानी भी है अधूरी,
तेरे बिना हर कदम पे, हूँ मैं खुद से बेहद दूरी।
तेरे बिना रातें हैं मायूस सी,
दर्द भरी रातों में, हूँ मैं खोया हुआ सा।
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